श्रृंगार का सामान होता है, नए कपड़े होते हैं. इस दिन सूर्योदय से पहले उठकर सरगी तैयार करनी चाहिए.
इसके बाद हमें चौथ माता की कथा करनी चाहिए. इस दिन 16 श्रृंगार करना चाहिए. 16 श्रृंगार में मेहंदी, कुमकुम, बिंदी, पसंदीदा चुड़ियां आदि सामान रख सकते हैं.