इसके बाद हमें चौथ माता की कथा करनी चाहिए. इस दिन 16 श्रृंगार करना चाहिए. 16 श्रृंगार में मेहंदी, कुमकुम, बिंदी, पसंदीदा चुड़ियां आदि सामान रख सकते हैं.